Mohammed Rafi
Raat Sard Sard Hain
रात सर्द-सर्द है, चाँद ज़र्द-ज़र्द है
मेरे दिल में प्यार का हल्का-हल्का दर्द है
रात सर्द-सर्द है
हाय, किस जहाँ में आज खो गई?
जाने जागती हूँ मैं कि सो गई
हाय, किस जहाँ में आज खो गई?
जाने जागती हूँ मैं कि सो गई
हर खुशी गले का हार हो गई
हार हो गई, हार हो गई
रात सर्द-सर्द है, चाँद ज़र्द-ज़र्द है
मेरे दिल में प्यार का हल्का-हल्का दर्द है
रात सर्द-सर्द है
धीरे-धीरे दो दिलों के क़ाफ़िले
धीरे-धीरे दो दिलों के क़ाफ़िले
अपनी-अपनी मंज़िलों पे आ मिले
शिकवे लब पे हैं, ना दिल में हैं गिले
ना दिल में हैं गिले, ना दिल में हैं गिले
हाय, रात सर्द-सर्द है
तेरा प्यार प्यार है कि ख़ाब है?
किस क़दर हसीं तेरा शबाब है?
तेरा प्यार प्यार है कि ख़ाब है?
किस क़दर हसीं तेरा शबाब है?
तू मेरे सवाल का जवाब है
ओ, जवाब है, ओ, जवाब है
हाय, रात सर्द-सर्द है, चाँद ज़र्द-ज़र्द है
मेरे दिल में प्यार का हल्का-हल्का दर्द है