Mohammed Rafi
Yeh Zindagi Ka Mausam
ये ज़िंदगी का मौसम और ये समाँ सुहाना
आओ, यहीं बना लें दम-भर को आशियाना
ये ज़िंदगी का मौसम और ये समाँ सुहाना
आओ, यहीं बना लें दम-भर को आशियाना
ये ज़िंदगी का मौसम
ये झूमती बहारें, ये प्यार के नज़ारे
ये झूमती बहारें, ये प्यार के नज़ारे
जी चाहता है इस दम कोई हमें पुकारे
जी चाहता है इस दम कोई हमें पुकारे
कोई हमें पुकारे
इस अंजुमन में आके दिल हो गया दीवाना
आओ, यहीं बना लें दम-भर को आशियाना
ये ज़िंदगी का मौसम और ये समाँ सुहाना
आओ, यहीं बना लें दम-भर को आशियाना
ये ज़िंदगी का मौसम
नज़रें बहक रहीं हैं, जल्वे निखर रहे हैं
नज़रें बहक रहीं हैं, जल्वे निखर रहे हैं
दीदार करने वाले दीदार कर रहे हैं
दीदार करने वाले दीदार कर रहे हैं
दीदार कर रहे हैं
नज़रें कहीं हैं क़ातिल, दिल है कहीं निशाना
आओ, यहीं बना लें दम-भर को आशियाना
ये ज़िंदगी का मौसम और ये समाँ सुहाना
आओ, यहीं बना लें दम-भर को आशियाना
ये ज़िंदगी का मौसम