Amit Trivedi
Naina Da Kya Kasoor
अरे अभी अभी प्यारा सा चेहरा दिखा है
जाने क्या कहूँ उसपे क्या लिखा है
गहरा समंदर दिल डूबा जिसमें
घायल हुआ मैं उस पल से इसमें
नैना दा क्या कसूर वे कसूर वे कसूर
नैना दा क्या कसूर वे कसूर वे कसूर
नैना दा क्या कसूर वे कसूर वे कसूर
ऐ दिल तू बता रे... हाय
नैना दा क्या कसूर वे कसूर वे कसूर
नैना दा क्या कसूर वे कसूर वे कसूर
नैना दा क्या कसूर वे कसूर वे कसूर
ऐ दिल तू बता रे... हाय
दिल को हजारों बांधे थे धागे
पर पाजी निकला ये हमसे आगे
हुआ क्या है
हुआ क्या है हमको... हाय
इस पल ये दौड़े
उत् पल ये भागे
होनी हो जाये तब नैना जागे
हुआ ये है
हुआ ये है समझो...
दिल दिल के मिलते सांचे और खांचे
जो है बनाता ऊपर से जाके
बत्ती है ना धुप ना काफूर काफूर
नैना दा क्या कसूर वे कसूर वे कसूर
नैना दा क्या कसूर वे कसूर वे कसूर
ऐ दिल तू बता रे...
नैना दा क्या कसूर वे कसूर वे कसूर
नैना दा क्या कसूर वे कसूर वे कसूर
नैना दा क्या कसूर वे कसूर वे कसूर
ऐ दिल तू बता रे...
हाय हाय हाय