Alka Yagnik
Idhar Chala Mein Udhar Chala
इधर चला मैं उधर चला
इधर चला मैं उधर चला
जाने कहाँ मैं किधर चला
अरे फिसल गया, ये तूने क्या किया
इधर चली मैं उधर चली
जाने कहाँ मैं किधर चली
अरे फिसल गयी, ले तेरे संग हो चली
नज़र ये किसकी हमें लगी
के चलते-चलते फिसल गये
हँसी-हँसी में ये क्या हुआ
हम बदल गये
क्यों बदल गये, हम बदल गये
इधर चला मैं उधर....
तुम इतने भोले हो किस लिए
तुम इतनी अच्छी हो इस लिए
क्यों अच्छी हूँ ये बताओ तुम
क्यूँ बताऊँ मैं
कुछ बताओ ना, क्यूँ बताऊँ मैं
इधर चली मैं उधर...