Raghav Chaitanya
Dooriyan

दिल में तेरे बिन साँसें ही रह गयी
वादें बातें यादें ही रह गयी
तुम याद आओगे दिल से ना जाओगे
आसान नहीं है तुम्हे भूलना हाये

दो पल थमां, दिल का समां
फिर हमसफ़र हुयी दूरियाँ
कल साथ थे अब है जुदा
फिर हमसफ़र हुयी दूरियाँ

तेरी चाह बाकी है
कहाँ आदत जाती है
धड़कनों में भी तो है बसा

हो बिछड़ जाने से क्या यह
लकीर मिट जाती है
हाथों में मेरे है तू लिखा

ओह, तेरे लिए मैं बदल ना सका
तेरी ज़रुरत है, तू ही नहीं अब है
इन् बेवजह साँसों का हम क्या करे

दो पल थमां, दिल का समां
फिर हमसफ़र हुयी दूरियाँ (याँ)
कल साथ थे, अब है जुदा
फिर हमसफ़र हुयी दूरियाँ
मेरे होंठों पे आके
दुआयें रुक जाती है
तू मेरा तेरा ना मैं रहा

हो, कभी आँखों को तेरी
वो आँखें दिख जाती है
जिनमे ख्वाब था तेरा मेरा

ओह, जितना हँसा उतना हूँ रो चुका
ऐसे तोह सावन की, बर्फीला बारिश भी
जैसे मेरी पलकों पे आंसू गिरे

दो पल थमां, दिल का समां
फिर हमसफ़र हुयी दूरियाँ
कल साथ थे, अब है जुदा
फिर हमसफ़र हुयी दूरियाँ (याँ.)