Raghav Chaitanya
Gustakhiyaan

[Verse 1: Raghav Chaitanya]
तेरे बारे में सोचते
दिन है जाता निकल
बदली बदली सी क्यूँ ये है
फितरतें आजकल
दिल में मेरे तू
घर कर गया
खाली था जो तू
वो भर गया

[Chorus: Raghav Chaitanya]
गुस्ताखियाँ होने दे
मनमानियां होने दे
(मनमानियां होने दे)
गुस्ताखियाँ होने दे
मनमानियां होने दे
होने दे

[Verse 2: Raghav Chaitanya & Ritrisha Sarmah]
ये डूबे डूबे से जो लम्हात है
ये भीगे भीगे से जो जज़्बात है
ये डूबे डूबे से जो लम्हात है
ये भीगे भीगे से जो जज़्बात है
ये इश्क ये चाहत, कब इबादत
बन गयी क्या पता
दिल में मेरे तू घर कर गया
बेरंग थी मैं तू रंग गया
[Chorus: Raghav Chaitanya]
गुस्ताखियाँ हे (Yea)
मनमानियां, गुस्ताखियाँ
गुस्ताखियाँ होने दे
मनमानियां होने दे
(मनमानियां होने दे)

[Verse 3: Ritrisha Sarmah]
कैसे ये जो चुप सी थी
कुछ बातें हाँ
सुन लिया तूने सब
बिन कहे बोलना, हाय

[Chorus: Raghav Chaitanya]
गुस्ताखियाँ होने दे
(गुस्ताखियाँ होने दे)
मनमानियां होने दे
(मनमानियां होने दे)