Kishore Kumar
Jiska Mujhe Tha Intezar
जिसका मुझे था इंतज़ार
जिसके लिए दिल था बेक़रार
वो घड़ी आ गई, आ गई
आज प्यार में हद से गुज़र जाना है
मार देना है तुझको या मर जाना है
जिसका मुझे था इंतज़ार
जिसके लिए दिल था बेक़रार
वो घड़ी आ गई, आ गई
आज प्यार में हद से गुज़र जाना है
मार देना है तुझको या मर जाना है
मुझपे जो गुज़री, तू क्या जाने
तू क्या समझे, ओ, दीवाने
लेके रहूँगी बदला तुझसे
आई हूँ दिल की आग बुझाने
हो, क़ातिल मेरी नज़रों से बचके कहाँ जाएगा?
क़ातिल मेरी नज़रों से बचके कहाँ जाएगा?
दिया है जो मुझको, वही तू मुझसे पाएगा
वो घड़ी आ गई, आ गई
तीर बनके जिगर में उतर जाना है
मार देना है तुझको या मर जाना है
जादू तेरा किस पे चला
होगा किसी दिन ये फ़ैसला
वो घड़ी आएगी, आएगी
जानाँ, तूने अभी ये कहाँ जाना है
किसे जीना है और किसको मर जाना है
होगा तेरा आशिक़ ज़माना
औरों का दिल होगा तेरा निशाना
नाज़ ना कर यूँ तीर-ए-नज़र पे
आए हमें भी तीर चलाना
जो हैं खिलाड़ी उन्हें खेल हम दिखाएँगे
अपने ही जाल में शिकारी फँस जाएँगे
वो घड़ी आएगी, आएगी
वक़्त आने पे तुझको ये समझाना है
किसे जीना है और किसको मर जाना है
किसे जीना है और किसको मर जाना है