Sachin-Jigar
Bairiyaa
रे बाँधे, रे बाँधे, रे बाँधे, ऐसे मोहे बाँधे
हाँ मोहे बाँधे वो नैनों की डोर से
है ये प्यार कैसा?
इसका राज है क्या बोल दे
केह भी दे

कभी सकूँ, कभी लागे बला है
कभी दुआ, कभी लागे हला है
नैनों से ये क्या हो चला है
बैरिया, ओ बैरिया, मुझे सता ना बैरिया
बैरिया, ओ बैरिया, मुझे सता ना बैरिया

कैसी ये पीर जो रातें जागे तारो को छाँटें रे
कैसी ये पीर जो रातें जागे छाँ
रातें जगे और तारो को छाँटें रे
पलकों की डिबियों में रेहते, ख्वाब है उड़ने को केहते
हाथो से छुटा, छुटा चला है जिया

बैरिया, ओ बैरिया, मुझे सता ना बैरिया

उड़ने लगी है ख़ामोशी से बातों की परचियाँ
उड़ने लगी है ख़ामोशी से
ख़ामोशी से बातों की परचियाँ
होने लगे आधे-आधे, आँखों से ही कई वादे
साँसें जलाए इश्क़ की सर्दिया
बैरिया, बैरिया, हाँ बैरिया
बैरिया, ओ बैरिया, मुझे सता ना बैरिया

बैरिया, ओ बैरिया, मुझे सता ना बैरिया
कभी दुआ, कभी-कभी हला
बैरिया, ओ बैरिया
बैरिया